डर l डर के आगे जीत है I सकारात्मक सोच के साथ ली गई जोखिम जीत दिला सकती है । [ विशेष ]

डर के आगे जीत है ! हमारा डर हमारे मन में उपजी नकारात्मक अत्यधिक सोच का ही परिणाम होता है। कभी अपने आप पर और अपनी क्षमताओं पर अन्धा विश्वास करके देख लो और कार्य की शुरुआत पूरी लगन के साथ करके देख लो ,हिम्मत अपने आप आ जाएगी। जब तक हम डर का सामना नहीं करते , हमें सब कुछ डरावना लगने लगता है , इसलिए अच्छा है कि डर का एक बार सामना करके देख लो डर अपने आप कम हो जायेगा। अगर हम डर का सामना किये बिना उस कम से भागेंगे तो हमें जीवन भर कार्य को नहीं करने की पीड़ा बनी रहेगी जो अगले कार्य की सफलता को भी प्रभावित करेगी ; इसलिए अच्छा है कि डर का सामना हिम्मत और सूझबूझ के साथ करें और सफलता प्राप्त करें। डर के कारण की समीक्षा करोगे तो तुम्हें डर से निकलने के तरीके भी मिलेंगे , उन पर कार्य करो और अपनी जीत पक्की करो। जब तक हम पानी में नहीं उतरते पानी हमें डराता है , इसलिए एक बार पानी में उतर कर देख लो। जब भी हम एक नौकरी से दूसरी नौकरी पाना चाहते हैं तो...