ख़ुशी के साथ सफलता कैसे पाएँ ? l सफ़लता के लिए खुश रहना जरूरी है l ख़ुशी और सफ़लता l ख़ुशी l सफ़लता

ख़ुशी के साथ सफलता कैसे पाएँ ? ( ख़ुशी और सफ़लता एक दूसरे के पूरक हैं l ) * सफ़लता के लिए खुश रहना जरूरी है। ख़ुशहाल व्यक्तित्व के साथ बातचीत जब तक आप ख़ुश नहीं रहेंगे ; तब तक सफ़ल होना असंभव ही होगा। सफ़ल होना है; तो हर छोटी - छोटी बातों में ख़ुश रहना सीख़ लो। * ख़ुशी के साथ - साथ सफ़लता सुखदायी होती है। लेकिन सफ़लता के साथ - साथ स्वास्थ्य भी जरूरी है ; अन्यथा सफ़लता के सुःख से बंचित ही रहोगे। * जिस भी काम को करने से मन को सकून मिले ; उसे ही करने से जीवन की वास्तविक ख़ुशी मिलती है। * बिना अच्छे स्वास्थ्य , सुखी - खुशहाल परिवार , बिना इज्ज़त - मान सम्मान के धन - दौलत या बड़ी - बड़ी सफ़लताओं का जीवन में कोई महत्व नहीं रह जाता है। ख़ुद के साथ-साथ परिवार को समय देकर ही चिंता-मुक्ति के साथ-साथ ख़ुशियाँ बढ़ाई जा सकती हैं। काम कभी ख़त्म नहीं होने वाले हैं; अतः इनके साथ-साथ अपनी ख़ुशियाँ कभी कम या ख़त्म ना होने दें। * ख़ुश रहकर ही आप सकारात्म...