आज में रहना सीखो l वर्तमान में जिएँ l कैसे अतीत को पीछे छोड़ें l चिंता-मुक्त जीवन के सूत्र

आज में रहना सीखो ! ( वर्तमान की शक्ति को पहचानो ) वर्तमान में रहकर चिंता-मुक्त रहें "तनाव-मुक्त रहने का मूल-मंत्र ही वर्तमान में रहकर सर्वोत्तम कर्म करते रहना ही है।" "आज को सर्वक्ष्रेष्ठ बना लो; तो आपका भविष्य स्वतः ही सुखमय, सफ़ल बनता चला जाएगा।" “हमारे जीवन का अस्तित्व ही वर्तमान में होता है। चलता हुआ जीवन ही वर्तमान जीवन है; यही आगे चलकर हमारा भविष्य बनेगा।“ "ख़ुशी के श्रोत आपके भीतर ही हैं। अगर हम विचारशील, उदार भाव रखते हैं, भावनाओं को नियंत्रित और संयमित करने में सक्षम हैं तथा साथ ही अन्दर से शाँत और आज में जीते हैं, तो जीवन की वास्तविक ख़ुशी अपने आप आ जाती है।" “ज्यादातर हम अच्छी-अच्छी बातों, घटनाओ, लाभों पर ध्यान ना देकर किसी एक अतीत की भूल या हानि को जिंदगी भर याद कर-कर के पछताते, अफसोस जताते और दुखी होते रहते हैं। इससे हमारी खुशियाँ गायब हो जाती हैं, हम हर क्षण उदास और तनाब में रहने के आदी हो जाते हैं। इनके कारण जीवन निराश और अर्थहीन लगने लग जाता है। हमें इसे बदलना होगा, तभी हम ख़ुशी के साथ प्रगत्ति के पथ पर आगे बढ़ सकते हैं। हमें ...