स्टील्थ ओमीक्रोन /स्टील्थ ओमीक्रोन वायरस /
BA.2 /Stealth Omicron
जैसा कि हम रोज सुन और पढ़ रहे हैं कि covid की चौथी लहर दुनिया में दस्तक दे चुकी है , इस नए वायरस के प्रमाण इस्राइल से लेकर दुनिया के कई देशों में मिल चुके हैं।
अतः हमें इस नए वेरिएंट के बारे में जानना अति-आवश्यक है और साथ ही साथ अभी से सतर्क और सावधान होने की जरूरत है।
जैसा ज्ञात हुआ है ,नया वेरिएंट ओमीक्रोन BA.1 का ही उन्नत नया स्वरुप BA.2 है।
इस
नए ओमिक्रोन सब-वेरिएंट का
नाम ' Stealth ' ( स्टील्थ
) दिया गया है ; इस नाम को
रखने का भी एक
मुख्य कारण यह है कि-
" स्टील्थ का मतलब होता
है ' चुपके ' ; ये नया सब-वेरिएंट भी आसानी से
चुपके-चुपके फैलता है और इसके
संक्रमण लक्षणों का पता लगाना
काफ़ी मुश्किल काम है। "
इसमें
उपस्थित Spike
Protein में कुछ मुख्य उत्परिवर्तन गायब हैं ,जिनके कारण rapid PCR test में इस विशेष वायरस
की पहचान करना मुश्किल होगा। इस वायरस से
संक्रमित व्यक्ति को संक्रमित होने
के 2 से 3 दिन बाद हलके लक्षण ही प्रकट होते
हैं।
जैसा चीन के स्वास्थ्य विभागों तथा
WHO इस नए वेरिएंट ( BA.2 ) को लेकर चेतावनी दे रहे हैं ;उनके अनुसार सभी को विशेष सावधानी व सतर्कता की तुरन्त आवश्यकता
है ,क्योंकि नया वेरिएंट ज्यादा संक्रामक और ज्यादा ख़तरनाक हो सकता है।
चीन और यूरोप के कई देशों में कोरोना के
मामले लगातार तेज़ी से फ़ैल रहे हैं और
'स्टील्थ
ओमीक्रोन ' ने हालात बिगाड़ने शुरू कर दिए हैं। यह ब्रिटेन के अलावा फ्रांस ,स्विट्जरलैंड
,इटली और नीदरलैंड में भी फ़ैल रहा है।
प्रभाव
:-
ये आंकड़े
स्पष्ट चेतावनी दे रहे हैं कि तुरंत प्रभाव से प्रभावी रोकथाम और सुरक्षा उपायों को
लागू किया जाए। थोड़ी भी देरी या सुरक्षा चूक बड़ी मुसीबत बन सकती है।
BA.2 वेक्सीन से मिली एंटी-बॉडीज को
भी चकमा देने में सक्षम भी है।
BA.2 ,BA.1 की तुलना में 1.5 से 2 गुना अधिक घातक और
संक्रामक है।
लक्षण / पहचान
:-
नया
वेरिएंट ओमीक्रोन BA.1 का ही उन्नत
नया स्वरुप BA.2 है।
इस
नए ओमिक्रोन सब-वेरिएंट का
नाम ' Stealth
' ( स्टील्थ ) दिया
गया है ; इस नाम को
रखने का भी एक
मुख्य कारण यह है कि-
" स्टील्थ का
मतलब
होता
है
' चुपके
' ; ये नया सब-वेरिएंट भी
आसानी से चुपके-चुपके
फैलता है और इसके संक्रमण
लक्षणों
का
पता
लगाना
काफ़ी
मुश्किल
काम
है। "
इसमें
उपस्थित Spike
Protein में कुछ मुख्य उत्परिवर्तन गायब हैं ,जिनके कारण rapid
PCR test में इस विशेष
वायरस
की
पहचान
करना
मुश्किल
होगा। इस वायरस
से संक्रमित व्यक्ति को संक्रमित होने
के 2 से 3 दिन बाद हलके लक्षण ही प्रकट होते
हैं।
इससे संक्रमित व्यक्ति को स्वाद या गंध की कमी और साँस लेने में परेशानी
जैसे लक्षण नहीं आएंगे ;जिससे बीमारी का पता शीघ्र लगाना मुश्किल होगा।
BA.2 से संक्रमित
को चक्कर आना , बुख़ार ,खांसी ,गले में ख़राश
हो सकती है तथा कमज़ोरी और जल्दी थकान (
Dizziness & Extreme Fatigue ) के लक्षण प्रकट हो सकते हैं। मांस पेशियों में भी दर्द या थकावट हो सकती
है।
साँस लेने में भी दिक्कत आ सकती है लेकिन यह DELTA जितना फेफड़े ( Lungs ) को घातक नहीं होगा।
ओमीक्रोन :-
यह पहली बार 11 नवम्बर 2021 को बोत्सवाना में और 14 नवम्बर 2021 को दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था।
इसे वेरिएंट ऑफ कंसर्न ( VOC ) के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
ओमीक्रोन पिछले सभी स्वरुप की तुलना में अधिक संक्रामक है लेकिन इन सभी से कम घातक है। ओमीक्रोन डेल्टा से कम खतरनाक है। इसके लक्षण मध्यम असर वाले ही हैं।
हाँ ! ओमीक्रोन वैक्सीन लगा चुके लोगों पर भी असर डालता है ; लेकिन ये वैक्सीन को उस हद तक बेअसर नहीं कर पा रहा है कि संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती होना पड़े या उनकी मौत हो जाये।
मौजूदा COVID -19 वैक्सीन ओमीक्रोन वायरस से भी बचाने में सक्षम है; लेकिन ज्यादा कामगार नहीं है अतः बूस्टर डोज़ जरूरी है।
ओमीक्रोन डेल्टा की तुलना में अधिक शीघ्रता से फ़ैल सकता है ; लेकिन ज्यादा घातक प्रभाव डालने में सक्षम नहीं है। ये टीका ( वैक्सीन ) लगाए व्यक्तियों में भी प्रभाव डाल सकता है ; अतः पूर्ण टीकाकरण होने पर भी बूस्टर खुराक लेनी आवश्यक है , तभी हम पूर्ण सुरक्षित होंगे।
ओमीक्रोन से बचाव में भी सभी पूर्व निर्धारित मानक साबधानियाँ जैसे हाथ धोना , सामाजिक दूरी बनाकर बात करना और मास्क का प्रयोग , नाक व आँखों को बिना हाथ धोये नहीं छूना आदि-आदि मददगार सिद्ध होंगी ; हमें इनका शक्ति से पालन करना चाहिए।
अतः जहां तक संभव हो घर पर ही रहें , घर से बहार जाने पर मास्क और सामाजिक-दूरी का शक्ति से पालन करें तथा जहाँ तक संभव हो खुले-हवादार वातावरण में रहें।
साथ ही साथ COVID -19 की सभी वैक्सीन भी पूर्ण कामगर हैं। लेकिन बूस्टर डोज़ भी लगवाना आवश्यक होगा।
मुख्य चिंता और आग्रह :-
हमें कोरोना-उपयुक्त व्यव्हार का कड़ाई से पालन करना चाहिए।
मास्क का प्रयोग करें , हाथों को समय-समय पर साबुन से धोते रहें और सेनेटाइजर का प्रयोग करें , हवादार और खुले वातावरण का प्रयोग करें , भीड़-भाड़ से बचें।
ओमीक्रोन से डरें नहीं लेकिन सुरक्षा उपाय का पालन करें तभी हम हमारे साथ-साथ दूसरों को भी सुरक्षित करने में सफल हो सकते हैं।
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