आप कभी भी बीमार नहीं पड़ोगे अगर आपने अपनी 24 घण्टे चल रही सांसों को साधना सीख लिया l Deep Breathing l Health Care l Healthy Life l IKIGAI

"हमें अपनी जिंदगी में ऐसे कई लोग मिल जायेंगे जिनकी इज्ज़त और रुतबा (औकात ) काफ़ी होता है ,उनकी ख्याती सीमित क्षेत्र में ही नहीं देश-विदेशों तक फैली होती है और उनको मान-सम्मान देने को दुनिया उनके आगे-पीछे रहती है।"
क्या आपने कभी विचार किया कि इन विशेष लोगों में ऐसा क्या विशेष आकर्षण या कौनसा ऐसा विशेष गुण है जिसके कारण ये आत्म-विश्वास से भरपूर रहते हैं और जहां भी जाते हैं लोग इनसे मिल कर ख़ुशी और हर्ष से भर जाते हैं?
ये भी तो हमारे जैसे ही इंसान हैं और हमारे समाज से जुड़े हुए हैं ; फिर ये इतना सफल व्यक्तित्व कैसे पा लेते हैं ?
ऐसा क्या है कुछ विशेष लोगों में जिनके कारण उनको हम सम्मान की दृष्टि से देखते हैं या उनकी ख्याती स्वतः ही चारों ओर फैलती है ,उनके व्यक्तित्व में विशेष आकर्षण होता है।
ये सब उनकी आन्तरिक व बाहरी आत्म-मूल्य ( वैल्यू ) का ही परिणाम होता है।
ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्ति कोई हमसे अलग नहीं होते हैं ,बस अन्तर होता है तो उनके व्यव्हार ,व्यक्तित्व ,बोलचाल और सोचने-समझने तथा प्रतिक्रिया देने के तरीकों का होता है।
उच्च वैल्यू वाले व्यक्तियों की सोच सकारात्मक व उनका आत्म-विश्वास उच्च होता है ; जिसका प्रभाव उनके व्यव्हार तथा प्रतिक्रियाओं द्वारा साफ़-साफ़ देखा जा सकता है।
उच्च व्यक्तित्व वाले लोगों की वैल्यू उनके चरित्र ,सकारात्मक सोच से देखी जाती है।
ये गलत संगत्ति ( Bad Company ) से दूर रहते हैं ,इनको समय का और धन का संचय और सदुपयोग करना आता है। ये परिपक्व व्यक्तित्व ( Mature Personality ) वाले होते हैं , इनका बोलचाल व प्रतिक्रिया देने का तरीका मृदुल व आत्म-विश्वास से पूर्ण होता है।
ये सब सामूहिक रूप से इन्हें एक आम-व्यक्ति से ख़ास-व्यक्ति बनाते हैं।
अगर आप चाहते हैं कि लोग आपको पसन्द करें ,अपनी इज्ज़त व वैल्यू बढे तो आपको स्वयं में सच्चे मन से अपने अन्दर वैसा इन्सान बनना पड़ेगा ;अपनी कमियों ,कमजोरियों ,छुपे डर को दूर करने के सकारात्मक प्रयास करने होंगे।
जब आप स्वयं में श्रेष्ठता प्राप्त कर लेंगे तभी लोग आपकी वैल्यू करेंगे और आपके साथ सम्मान के साथ पेश आएँगे।
हमने कई बार अनुभव किया है कि 2 व्यक्ति जिनकी Income ,Status एक समान है ;फिर भी इनमें से एक की ज़्यादा इज्ज़त होती है ,चाहे बात समाज की हो या परिवार और रिश्तेदारी की हो ,उस एक को ही ज़्यादा सम्मान व वैल्यू दी जाती है।
ये सब हमारे व्यव्हार ,खुशमिज़ाज-व्यक्तित्व व आचार-विचारों में अन्तर के कारण होता है।
अब बात करते हैं इनके सिद्धांत और वैल्यू बढ़ने के तरीकों के बारे में।
अगर हम हर कार्य में लोगों को देखेंगे या उनकी सुनेंगे या उनके मूड और धारणाओं के अनुसार कार्य करेंगे तो हम खुद की वैल्यू कभी भी नहीं बढ़ा पाएँगे।
लोग तो आप कुछ भी कर लेना आपसे जलेंगे और घृणा भी रखेंगे।
आप अच्छा करेंगे और प्रगति करेंगे तो जलेंगे और थोड़ा भी असफल हुए तो आप पर हसेंगे।
तो फिर हम ऐसी गन्दी प्रवृत्ति वाले लोगों पर समय बर्बाद क्यों करें। हमारे स्वयं के बारे में हम जितना जानते हैं ,दूसरे जान ही नहीं सकते हैं ;
अतः आपको स्वयं ही स्वयं की अच्छाइयाँ और बुराइयाँ पता करके उनमें निरन्तर सुधार के प्रयास करने चाहिए।
स्वयं
का उद्देश्य और कार्य ; स्वयं को निर्धारित करने चाहिए।
हमें हमारी आन्तरिक वैल्यू जैसे- ख़ुशी ,आत्म-विश्वास ,दया-भावना ,सेटिसफेक्शन बढ़ानी चाहिए।
![]() |
सम्मानित व्यक्तित्व |
Comments
Post a Comment